Schools will open from June 16 amid bright sunshine and intense heat – concern of parents and students increased तेज धूप और भीषण गर्मी के बीच 16 जून से खुलेंगे स्कूल – अभिभावकों और छात्रों की चिंता बढ़ी
छत्तीसगढ़ समेत देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी का कहर जारी है। तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है और लू के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। ऐसे में राज्य के सरकारी और निजी स्कूलों को 16 जून 2025 से पुनः खोलने का निर्णय लिया गया है, जिसने अभिभावकों और छात्रों की चिंता बढ़ा दी है।
गर्मी का कहर जारी
इस वर्ष मई और जून में रिकॉर्डतोड़ गर्मी देखने को मिली है। प्रदेश के कई जिलों में तापमान 45-47 डिग्री के बीच बना हुआ है। मौसम विभाग ने कई बार रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को दोपहर में बाहर निकलने से मना किया जा रहा है। इसी बीच स्कूल खुलने का फैसला कई सवाल खड़े कर रहा है।
स्कूल खुलने की तारीख पर उठ रहे सवाल
सरकारी निर्देशों के अनुसार, गर्मी की छुट्टियां 15 जून तक निर्धारित थीं और 16 जून से कक्षाएं पुनः आरंभ होंगी। लेकिन मौसम की वर्तमान स्थिति को देखते हुए अभिभावकों और शिक्षकों की ओर से इस तारीख को आगे बढ़ाने की मांग उठने लगी है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही है, क्योंकि तेज धूप और लू से बीमार पड़ने का खतरा अधिक है।
अभिभावकों की प्रतिक्रिया
अनेक अभिभावकों का कहना है कि इस भयंकर गर्मी में बच्चों को स्कूल भेजना जोखिम भरा है। बच्चों को सुबह स्कूल छोड़ना और दोपहर में वापस लाना उनके स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकता है। कुछ ने यह भी सुझाव दिया कि ऑनलाइन कक्षाएं ही जारी रखी जाएं या स्कूलों का समय अस्थायी रूप से सुबह 7 से 11 बजे तक किया जाए।
प्रशासन की तैयारी
शिक्षा विभाग की ओर से फिलहाल स्कूलों को तय समय पर खोलने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, कुछ जिलों के कलेक्टरों को यह अधिकार दिया गया है कि वे स्थानीय मौसम के आधार पर स्कूलों के समय में बदलाव कर सकें या छुट्टियां बढ़ा सकें। स्कूलों को पर्याप्त पेयजल, पंखे और ठंडी छाया वाले स्थान सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
चिकित्सकों की सलाह
डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों को लू से बचाने के लिए खास सावधानी बरतनी चाहिए। खाली पेट घर से न निकलें, पानी की बोतल साथ रखें, सिर को ढककर निकलें और अधिक समय तक धूप में न रहें।