Type Here to Get Search Results !

Kudargarh Devi Dham कुदरगढ़ देवी धाम में बारिश का रौद्र रूप श्रद्धालुओं के लिए दर्शन बन रहा जोखिम वायरल वीडियो ने बढ़ाई चिंता

The-Fierce-Form-Of-Rain-in-Kudargarh-Devi-Dham

 कुदरगढ़ देवी धाम में बारिश का रौद्र रूप श्रद्धालुओं के लिए दर्शन बन रहा जोखिम वायरल वीडियो ने बढ़ाई चिंता


The-Fierce-Form-Of-Rain-in-Kudargarh-Devi-Dham


छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में स्थित प्रसिद्ध कुदरगढ़ देवी धाम इन दिनों भारी बारिश के कारण आम आफत और आस्था के बीच संघर्ष का केंद्र बन गया है। पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में हो रही भारी बारिश ने पूरे जिले को प्रभावित कर दिया है, वहीं कुदरगढ़ मंदिर में आने वाले पर्यटकों को भी अब चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।


तेज बारिश और पहाड़ी बहाव ने मचाया कोहराम

कुदरगढ़ देवी धाम एक ढलान पर बना हुआ है और यहां पहुंचने के लिए भक्तों को लंबी और सीधी सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। वैसे तो यह रास्ता बहुत ही सुरक्षित और सुरक्षित माना जाता है, लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण ऊबड़-खाबड़ इलाके से पानी तेज धारा के साथ मंदिर के रास्ते में बह रहा है। सीढ़ियों पर बहता यह पानी किसी नाले या झरने का रूप ले चुका है, जिससे पैदल चलना बेहद खतरनाक हो गया है। भक्तों को सीढ़ियों पर फिसलने या तेज धारा में बह जाने के डर से दर्शन किए बिना ही वापस लौटना पड़ रहा है। ऐसे में इस समय देवी के दरबार में जाना खतरे से खाली नहीं रह गया है।



वायरल हुआ वीडियो सोशल मीडिया पर बहस तेज

इस पूरी घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि भारी बारिश के बीच कुछ प्रेमी जोड़े मंदिर की ओर बढ़ने की कोशिश करते हैं, लेकिन नदी का बहाव इतना तेज होता है कि उन्हें डर के मारे पीछे हटना पड़ता है। 


जहां एक तरफ वीडियो में मौजूद खास दृश्य बेहद रोमांचकारी और आकर्षक लग रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ एक आम आपदा का डर भी लोगों को परेशान कर रहा है। प्रेमी जोड़े पानी की धारा में संतुलन बनाए रखते हुए फिसलते और संतुलन बनाते नजर आ रहे हैं।

प्रशासन ने की सख्ती, बंद किया गया मुख्य द्वार




मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और मंदिर समिति ने तुरंत फैसला लेते हुए मंदिर के मुख्य द्वार को कुछ समय के लिए बंद कर दिया है। प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि जब तक मौसम सामान्य नहीं हो जाता और रास्ता साफ नहीं हो जाता, तब तक मंदिर बंद नहीं किया जाएगा। तब तक मंदिर परिसर में किसी को भी प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। साथ ही मौके पर राजस्व विभाग और पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।

प्राकृतिक सौंदर्य बनाम प्राकृतिक संकट


यहां खास बात यह है कि भारी बारिश के कारण कुदरगढ़ की ढलानों से गिरते झरने और हरियाली ने पूरे इलाके को पर्यटक जैसा नजारा दे दिया है। यहां की प्राकृतिक खूबसूरती को देखने के लिए भी बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। लेकिन इस खूबसूरती के बीच एक बड़ा खतरा भी छिपा है। बारिश के कारण खतरनाक, कीचड़ भरे और बहते पानी ने हालात खराब कर दिए हैं। कंपनी ने सलाह दी है कि कोई भी व्यक्ति वहां वीडियो या प्राकृतिक नजारे के लिए न जाए, क्योंकि यह उनकी जान के लिए खतरनाक हो सकता है।



श्रद्धा की परीक्षा, सुरक्षा की जिम्मेदारी

हर साल हजारों श्रद्धालु कुदरगढ़ माता के दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन इस बार मौसम कुदरगढ़ में आस्था की परीक्षा ले रहा है। 

कुछ श्रद्धालुओं का मानना ​​है कि यह माता रानी की परीक्षा है और वे दर्शन किए बिना वापस नहीं लौटना चाहते। 


वहीं, कुछ लोग संस्था के फैसले का बचाव कर रहे हैं और जान की सुरक्षा को पहली प्राथमिकता मान रहे हैं।



प्रशासन की अपील मौसम सामान्य होने तक दर्शन से बचें

संगठन ने साफ तौर पर कहा है कि जब तक बारिश कम नहीं हो जाती और रास्ता सुरक्षित नहीं हो जाता, तब तक लोग दर्शन के लिए न आएं। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा बल 24 घंटे चौकस हैं।

Tags

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.