किताबों की जगह फावड़ा थमाया! स्कूल में बच्चों से कराई जा रही मजदूरी, प्रधानपाठक पर गंभीर आरोप देखें वीडियो
जांजगीर-चांपा। शिक्षा का अधिकार कानून (RTE) बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा की गारंटी देता है, लेकिन जांजगीर-चांपा जिले से सामने आया मामला इस कानून की धज्जियां उड़ाता नजर आ रहा है। बम्हनीडीह विकासखंड के प्राथमिक शाला डभराखुर्द में पढ़ाई की जगह बच्चों से मजदूरी कराए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
वीडियो में छोटे-छोटे मासूम बच्चों को तपती धूप में फावड़ा उठाकर सीमेंट और गिट्टी मिलाते हुए देखा जा सकता है। यह आरोप लगाया गया है कि स्कूल के प्रधानपाठक पितांबर कुर्रे ने ही यह काम बच्चों से कराया। शिक्षा मंदिर कहलाने वाले इस स्थान में जहां बच्चों के हाथ में किताबें और कॉपियां होनी चाहिए थीं, वहां मजदूरी का सामान पकड़ा दिया गया।
यह भी पढ़ें
SURAJPUR NEWS ससुराल पहुंचे दामाद की सरेआम पिटाई, वायरल हुआ वीडियो – पुलिस जांच में जुटी
पालकों में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
वीडियो सामने आने के बाद अभिभावकों और ग्रामीणों में गुस्सा है। उनका कहना है कि यह बच्चों के अधिकारों और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है। ग्रामीणों ने प्रधानपाठक को तत्काल हटाने और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
मामले पर जब प्रभारी बीईओ रत्ना थवाईत से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे बात नहीं हो पाई। उनके फोन रिसीव न करने के चलते शिक्षा विभाग का पक्ष सामने नहीं आ सका। फिलहाल वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और लोगों की ओर से कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है।
यह घटना कई सवाल खड़े करती है—
क्या शिक्षा संस्थानों में बच्चों से इस तरह का काम कराना उचित है?
क्या इस तरह बच्चों को मजदूरी में झोंककर उनके भविष्य से खिलवाड़ नहीं किया जा रहा?
शिक्षा विभाग इस मामले में कब और कैसी कार्रवाई करेगा?