दो दिन पूरी तरह बंद रहेंगी दारू शराब दुकानें, आदेश जारी यहां देखें सभी जानकारी
अंबिकापुर, सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के मैनपाट रेंज में 7 जुलाई और 8 जुलाई को शराब की सभी दुकानें पूरी तरह बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। यह फैसला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, जिसमें देशभर के वरिष्ठ नेता और नेता हिस्सा लेंगे। क्षेत्रीय संगठन द्वारा जारी आदेश के अनुसार यह बहिष्कार 7 जुलाई से लागू होगा और 9 जुलाई दोपहर 2 बजे तक लागू रहेगा।
प्रशासनिक आदेश जारी
जिला कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि मैनपाट रेंज में किसी भी प्रकार की शराब की बिक्री बन्द रहेगी। यह कदम रेंज में शांति, सुरक्षा और सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया है, क्योंकि प्रशिक्षण शिविर में देश के शीर्ष राजनीतिक नेता भाग लेने जा रहे हैं। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया है कि आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मैनपाट की सभी अधिकृत शराब दुकानों को निर्देश दिया गया है कि वे निर्धारित अवधि तक दुकानें पूरी तरह बंद रखें और शराब की बिक्री, स्टॉक एक्सचेंज या उपयोग की अनुमति नहीं दी जाएगी।
क्यों विशेष है मैनपाट शिविर
मैनपाट में भाजपा का यह प्रशिक्षण शिविर कई मायनों में वाकई महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह शिविर तीन दिनों तक चलेगा, जिसमें भाजपा के सांसद, विधायक, संगठन मंत्री और केंद्र सरकार के बड़े चेहरे शामिल होंगे। प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे, जबकि समापन समारोह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे।
कौन-कौन होंगे शामिल
इस प्रशिक्षण शिविर में भाजपा के प्रमुख नेता हिस्सा ले रहे हैं। कुछ प्रमुख वक्ताओं और प्रतिभागियों की सूची इस प्रकार है
जेपी नड्डा – भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
अमित शाह – केंद्रीय गृह मंत्री
शिवराज सिंह चौहान – पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री
धर्मेंद्र प्रधान – केंद्रीय शिक्षा मंत्री
बी एल संतोष – राष्ट्रीय संगठन महामंत्री
मैनपाट क्यों चुना गया
मैनपाट, जिसे 'छत्तीसगढ़ का शिमला' भी कहा जाता है, एक असममित और शांत क्षेत्र है। इसकी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण इसे अद्वितीय बनाता है। भाजपा द्वारा यहां प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने का उद्देश्य - नेताओं और विशेषज्ञों को एक जगह पर इकट्ठा करना है, जहां वे ध्यान केंद्रित कर सकें, चर्चा कर सकें और भविष्य की कार्य योजनाओं को अंतिम रूप दे सकें।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
प्रशिक्षण शिविर के सफल आयोजन और अग्रदूतों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मैनपाट में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। स्थानीय पुलिस बल के साथ-साथ राज्य सुरक्षा बल भी भेजे जा रहे हैं। बल भी भेजे जा रहे हैं। गतिविधि प्रबंधन, जासूसी कैमरे और आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं को भी सक्रिय रखा गया है।