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सूरजपुर में कलेक्टर ने ई-ऑफिस प्रणाली के क्रियान्वयन और जल निकासी व्यवस्था को लेकर दिए निर्देश

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 सूरजपुर में कलेक्टर ने ई-ऑफिस प्रणाली के क्रियान्वयन और जल निकासी व्यवस्था को लेकर दिए निर्देश




सूरजपुर 8 जुलाई 2025 सूरजपुर क्षेत्र में प्रशासनिक आवश्यकताओं के अनुरूप नियामक कार्यों की गति और सरलता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कलेक्टर श्री एस.जयवर्धन ने एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए ई-ऑफिस प्रणाली के सुचारू उपयोग पर चर्चा की गई। जलभराव से निपटने की तत्परता, पीएमओ और मुख्य सेवा जनदर्शन शिकायतों के निराकरण और पंचायत सुधार फाइल (पीएआई 2.0) जैसे कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।


ई-ऑफिस प्रणाली के क्रियान्वयन को मिलेगी गति

बैठक में कलेक्टर ने सबसे पहले ई-ऑफिस प्रणाली पर विचार किया तथा इसे सरकार के कामकाज में बदलाव लाने का माध्यम बताया। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि अब सभी अभिलेखों का आदान-प्रदान एवं व्यवस्था केवल ई-ऑफिस के माध्यम से ही होनी चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कलेक्टर कार्यालय में भेजे जाने वाले सभी अभिलेख अब केवल ई-ऑफिस के माध्यम से ही स्वीकार किए जाएंगे, ताकि कार्य में सरलता, सुविधा एवं जिम्मेदारी सुनिश्चित हो सके।


कलेक्टर श्री जयवर्धन ने सभी विभागीय अधिकारियों को अपने अधीनस्थ कर्मचारियों विशेषकर लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को ई-ऑफिस ढांचे में तैयार करने के निर्देश दिए तथा इसे गंभीरता से लेने के लिए समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए।



जनशिकायतों का समयबद्ध समाधान अनिवार्य

बैठक में पीएमओ शिकायत प्रविष्टि, मुख्य सेवा जनदर्शन, खुली लाभ सुनिश्चित, समय सीमा के लंबित विभागीय मामलों की जांच की गई। कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को शिकायतों के निराकरण में तत्परता बरतने के निर्देश दिए। तत्परता दिखाएं और तय समय सीमा के अंदर निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि शिकायतों की संख्या कम करना और शिकायतकर्ता को संतुष्टि दिलाना विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी है।


बरसात के मौसम को लेकर जल निकासी व्यवस्था पर विशेष जोर

कलेक्टर ने बारिश को ध्यान में रखते हुए जलभराव की स्थिति के बारे में जानकारी ली तथा सभी नगरीय निकायों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जलभराव के संभावित स्थानों की पहचान की जाए तथा वहां रिसाव के लिए त्वरित एवं स्थायी उपाय सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने सभी नगरीय निकायों के सीएमओ को निर्देशित किया कि नियमित रूप से नहरों की सफाई, धुंध, एंटी लार्वा दवाओं का छिड़काव किया जाए, ताकि बारिश के मौसम में नागरिकों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। बांधों की नियमित निगरानी के निर्देश


कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि क्षेत्र में स्थित बांधों की नियमित निगरानी की जाए। उन्होंने कहा कि जिन बांधों में जलस्तर अधिक है, वहां संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर निरंतर जांच की जाए।


पंचायत विकास सूचकांक 2.0 की समीक्षा एवं निर्देश


बैठक में क्षेत्र पंचायत सीईओ श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू ने पंचायत सुधार सूची (पीएआई 2.0) के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पीएआई को सीमित संधारणीय विकास लक्ष्यों (सीमित एसडीजी) से जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि 31 जुलाई 2025 तक क्षेत्र की सभी 480 ग्राम पंचायतों की शत-प्रतिशत जानकारी पीएआई पोर्टल पर अपलोड करना है। इसके लिए जनपद पंचायत के सीईओ को क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों की जानकारी पीएआई पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। पंचायत सचिवों को प्रशिक्षित कर सूची की जानकारी का समय पर संकलन एवं संधारण सुनिश्चित करें।



डिजिटल इंडिया की दिशा में महत्वपूर्ण पहल

कार्यालयीन ढांचे और पंचायत विकास अभिलेख जैसे नवाचार प्रशासनिक ढांचे को सरल, कम्प्यूटरीकृत और सुचारू बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। कलेक्टर ने इन दोनों दृष्टिकोणों के बारे में स्पष्ट किया कि अब प्रत्येक कार्यालय में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सरकारी सेवाएं समय पर नागरिकों तक पहुंचे और सरकारी सेवाओं का लाभ उन्हें समय पर मिले। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों से कहा कि वे सरकार की मंशा के अनुरूप काम करें


अधिकारियों की उपस्थिति और सहयोग

इस महत्वपूर्ण बैठक में DFO श्री पंकज कमल, अपर कलेक्टर श्री जगन्नाथ वर्मा, सभी एसडीएम, जनपद पंचायतों के सीईओ, नगरीय निकायों के CMO, जल संसाधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग सहित सभी प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।

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