माता पार्वती की मूर्ति चोरी का खुलासा 24 घंटे के भीतर आरोपी गिरफ्तार देखे पूरा मामला क्या हैं
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के वाड्रफनगर रेंज से देवी पार्वती की संगमरमर की मूर्ति की चोरी ने न केवल भक्तों को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। लेकिन वाड्रफनगर थाने की पुलिस ने सजगता से कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर चोरी का पर्दाफाश कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस कार्रवाई से क्षेत्र के लोगों का पुलिस पर भरोसा और मजबूत हुआ है।घटना का पूरा जानकारी
वाड्रफनगर थाने में 07 जुलाई 2025 को एफआईआर दर्ज कराई गई। वाड्रफनगर के वार्ड क्रमांक 9 निवासी तथा शंकर मंदिर के पुजारी जैनेंद्र मिश्रा ने शिकायत में बताया कि 05 जुलाई की रात्रि करीब 9:00 बजे वह अपने नियमित कार्य से मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद मंदिर का दरवाजा बंद कर अपने घर चले गए।
अगली सुबह जब वह अपनी नियमित प्रार्थना के लिए मंदिर में आया, तो उसने मंदिर का प्रवेश द्वार खुला पाया। जब वह अंदर गया, तो उसने पाया कि देवी पार्वती की संगमरमर की मूर्ति, जिसकी कीमत लगभग ₹8000 थी, गायब थी। यह देखकर वह दंग रह गया और तुरंत वाड्रफनगर पुलिस चौकी आया और घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस का कार्रवाई
प्राप्त शिकायत के आधार पर वाड्रफनगर थाने में अपराध क्रमांक 131/25 धारा 331 (4), 305 (जी) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। मामले की सच्चाई को देखते हुए पुलिस टीम ने संदिग्धों की तलाश तेज कर दी है।
स्थानीय पूछताछ, तकनीकी साक्ष्य और गवाहों से मिली जानकारी के आधार पर एक व्यक्ति संदेह के घेरे में आया, जिसका नाम छोटेलाल कनौजिया है। उसे संदिग्ध मानकर हिरासत में लिया गया और उससे गहन पूछताछ की गई।
आरोपी का कारनामा
प्रतिपरीक्षण के दौरान छोटेलाल कनौजिया ने स्वीकार किया कि उसने 5 जुलाई की रात्रि में मंदिर में प्रवेश कर माता पार्वती की प्रतिमा चोरी कर ली थी तथा उसे अपने घर में छिपा दिया था। आरोपी द्वारा दी गई जानकारी पर पुलिस ने उसके वार्ड क्रमांक 4, वाड्रफनगर स्थित घर से संगमरमर की प्रतिमा बरामद की।
आरोपी छोटेलाल कनौजिया पिता स्मैश अवतार कनौजिया उम्र 46 वर्ष निवासी करमडीहा, थाना बसंतपुर, थाना बलरामपुर रामानुजगंज को पुलिस द्वारा विधिवत गिरफ्तार कर आज दिनांक 07 जुलाई 2025 को माननीय विधिक न्यायाधीश प्रथम पाठ, वाड्रफनगर के न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
मूर्ति की बरामद – श्रद्धालुओं में संतोषजनक
मंदिर से चोरी हुई मूर्ति की बरामदगी प्रेमियों के लिए बेहद अच्छी खबर थी। मूर्ति वापस मिलने के बाद प्रेमियों ने मदद की गुहार लगाई और पुलिस प्रशासन के काम से संतुष्टि जताई। मंदिर समिति ने पुलिस विभाग की सराहना की है और एक विशेष पूजा आयोजित करने की घोषणा की है।
पुलिस की अपील और सुझाव
वाड्रफनगर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आए तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। साथ ही धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने, सीसीटीवी कैमरे लगाने और रात्रि निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस महानिदेशक ने इस कार्य के लिए संबंधित अधिकारियों और जवानों की सराहना की और कहा कि किसी भी धार्मिक स्थल की गरिमा के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस का उद्देश्य लोगों में सुरक्षा की भावना बनाए रखना है।
कानूनी प्रक्रिया जारी
आरोपी पर आईपीसी की धारा 331(4) और 305(डी) के तहत आरोप लगाए गए हैं, जो मंदिरों या सार्वजनिक पूजा स्थलों से चोरी करने से संबंधित हैं। इन धाराओं में गंभीर दंड का प्रावधान है।