बाप रे सोना हुआ इतना सस्ता सोने की कीमत में गिरावट से निवेशकों और खरीदारों की हुई मौज
भारत जैसे देश में सोना-चाँदी न केवल सांस्कृतिक महत्व रखता है, बल्कि निवेश और सुरक्षा के लिए भी एक मज़बूत विकल्प माना जाता है। ऐसे में जब इन धातुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है, तो आम नागरिकों से लेकर निवेशकों तक, सभी को सावधान हो जाना पड़ता है। हाल ही में, देश भर के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में मामूली गिरावट और चाँदी की कीमतों में तेज़ी देखी गई है, जिसने बाजार के लिए एक सकारात्मक रुख दिखाया है।
24 कैरेट सोने की कीमत में आई गिरावट
भारत में इन दिनों 24 कैरेट शुद्ध सोने की कीमतों में थोड़ी राहत मिली है। जहाँ हाल ही में यानी 10 जुलाई 2025 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹97,610 पर मिल रहा था, वहीं आज 11 जुलाई 2025 को इसकी कीमत घटकर ₹97,460 प्रति 10 ग्राम हो गई है। ₹150 की यह गिरावट मामूली ज़रूर है, लेकिन जो लोग शादी के सीज़न या निवेश के लिए सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह एक राहत भरी खबर है।
गिरावट क्यों मायने रखती है
हालाँकि ₹150 की गिरावट कोई बड़ी बात नहीं लगती, लेकिन यह इस बात का संकेत हो सकता है कि सोने की कीमतें संतुलित हो रही हैं। अगर यह गिरावट कुछ दिनों तक जारी रहती है, तो निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा मौका साबित हो सकता है। खासकर वे लोग जो बढ़ती कीमतों के कारण लंबे समय से इंतज़ार कर रहे थे, अब बाज़ार में उतर सकते हैं।
चांदी में आई जबरदस्त तेजी
सोने के उलट, आजकल चांदी की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। एक किलो चांदी की कीमत पहले ₹108,200 थी, जो आज बढ़कर ₹108,510 हो गई है। यानी चांदी ₹310 प्रति किलो महंगी हो गई है। यह बढ़ोतरी उन निवेशकों के लिए फायदेमंद रही है जिन्होंने पहले चांदी में निवेश किया था।
क्या यह तेजी स्थायी है
विशेषज्ञों के अनुसार, हार्डवेयर और मैकेनिकल विभागों में चांदी की मांग बढ़ रही है, जिससे इसकी कीमतें बढ़ रही हैं। अगर यह मांग जारी रही, तो आने वाले समय में चांदी निवेश के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन सकती है।
ब्याह-शादी का सीजन और गोल्ड खरीदारी
जुलाई से नवंबर तक का समय भारत में शादियों और उत्सवों का मौसम होता है। ऐसे में सोने की कीमतों में यह गिरावट खरीदारों के लिए राहत लेकर आई है। ज़्यादातर परिवार इसी दौरान आभूषण खरीदते हैं और जब सोने की कीमतें थोड़ी कम हो जाती हैं, तो वे बड़े पैमाने पर खरीदारी शुरू कर देते हैं।
क्यों जरूरी है हॉलमार्क देखना
सोना खरीदते समय, न केवल कीमत, बल्कि उसकी गुणवत्ता भी बेहद महत्वपूर्ण होती है। दरअसल, सरकार द्वारा अनुमोदित बीआईएस ट्रेडमार्क, असली और शुद्ध सोने की पहचान कराता है।
हॉलमार्क कैरेट के अनुसार इस प्रकार होते हैं
24 कैरेट – 999
22 कैरेट – 916
18 कैरेट – 750
14 कैरेट – 585
यदि आप बिना ट्रेडमार्क वाले रत्न खरीदते हैं तो नकली या दूषित धातु मिलने की संभावना रहती है, जिससे आपकी खरीदारी का मूल्य कम हो सकता है।
ग्लोबल मार्केट और डॉलर इंडेक्स का असर
वैश्विक बाजार का सोने और चांदी की कीमतों पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। अगर डॉलर की विनिमय दर मजबूत होती है, तो सोने की कीमत आमतौर पर गिर जाती है, क्योंकि निवेशक डॉलर को अधिक सुरक्षित मानते हैं। वहीं, वैश्विक दबाव या आर्थिक अस्थिरता बढ़ने पर, सोना एक सुरक्षित विकल्प बन जाता है और मांग के कारण इसकी कीमत बढ़ जाती है।
यूएस फेडरल रिजर्व, मुद्रास्फीति और ब्याज दरे
अमेरिकी सरकार द्वारा ब्याज दरों में बदलाव, मुद्रास्फीति के स्तर और वैश्विक आर्थिक संकेतक जैसे कारक भी कीमती धातुओं की कीमतों को प्रभावित करते हैं। ब्याज दरें बढ़ने पर, निवेशक सोने से दूरी बनाना शुरू कर देते हैं क्योंकि उन्हें बैंकों या बॉन्ड में बेहतर रिटर्न मिलने लगता है।
क्या अभी निवेश करना सही रहेगा
कई विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतों में यह गिरावट निवेश के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है। यह गिरावट भले ही छोटी हो, लेकिन यह दर्शाती है कि एक निश्चित सीमा तक पहुँचने के बाद कीमतें स्थिर हो सकती हैं। अगर कोई निवेशक लंबी अवधि के लिए सोने में निवेश करना चाहता है, तो यह एक अच्छा मौका हो सकता है।
निवेश से पहले ध्यान देने योग्य बातें
मार्केट ट्रेंड पर नजर रखें – रोजाना कीमती धातुओं के रेट देखें और वैश्विक संकेतकों को समझें।
सिर्फ BIS प्रमाणित ब्रांड से ही खरीदें – इससे आपको गुणवत्ता की गारंटी मिलेगी।
ऑनलाइन खरीदारी सोच-समझकर करें – केवल भरोसेमंद ब्रांड और प्लेटफॉर्म से ही ऑनलाइन सोना खरीदें।
बिल जरूर लें – खरीदारी के समय वैध बिल लें ताकि भविष्य में किसी विवाद की स्थिति में आपके पास प्रमाण हो।
कीमतों का भविष्य क्या कहता है
जानकारों के मुताबिक, फिलहाल कुछ समय तक सोने और चांदी की कीमतों में मामूली उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। लेकिन जैसे-जैसे मौज-मस्ती का मौसम आता है - रक्षाबंधन, गणेश चतुर्थी, नवरात्रि, और दीपावली - मांग फिर से बढ़ सकती है, जिससे कीमतें फिर ऊपर जा सकती हैं।
लंबी अवधि का नजरिया
सोना और चांदी दोनों ही लंबी अवधि में शानदार रिटर्न दे रहे हैं। पिछले 10 सालों में भारत में सोने की कीमत लगभग दोगुनी हो गई है। दरअसल, चांदी को एक स्थिर संसाधन भी माना जाता है जो वैश्विक अस्थिरता के दौर में निवेशकों को सुरक्षा प्रदान करता है।
आज की गिरावट – खरीदारी का मौका या संकेत
आज 24 कैरेट सोने की कीमत में ₹150 की गिरावट और चांदी की कीमत में ₹310 की तेजी इस बात का संकेत है कि बाजार में बदलाव की संभावना है। शादियों के सीजन में कीमतों में यह गिरावट उन ग्राहकों के लिए एक अनोखा मौका है जो पिछले कुछ हफ्तों से ऊंची कीमतों के कारण खरीदारी नहीं कर पा रहे थे।
यदि आप बाजार में समझदारी से प्रवेश करते हैं और पूछताछ करते हैं, तो यह समय आपके लिए उपयोगी हो सकता है - चाहे वह निवेश हो या पारंपरिक सोने की खरीद।
आज के रेट – 11 जुलाई 2025 भारत में
सोना 24 कैरेट – ₹97,460 प्रति 10 ग्राम
सोना 22 कैरेट – लगभग ₹89,360 प्रति 10 ग्राम
चांदी 999 शुद्धता – ₹108,510 प्रति किलो