नवोदय विद्यालय प्रयास और सैनिक स्कूल में प्रवेश के लिए मिलेगी निशुल्क कोचिंग
सरगुजा जिले के ग्रामीण अंचलों के योग्य एवं कुशल विद्यार्थियों को प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश दिलाने के उद्देश्य से स्कूल शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा रचनात्मक कार्य किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत देश के 100 चयनित क्लस्टरों में नवोदय विद्यालय, प्रयास प्राइवेट स्कूल और सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षाओं की निःशुल्क व्यवस्था की जाएगी। यह कार्यक्रम 16 जुलाई 2025 से शुरू होगा।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़े वर्गों के होनहार विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ देना है, ताकि वे राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा में प्रवेश पाकर अपने उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें। बच्चों को न केवल विषयों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा, बल्कि उन्हें परीक्षा की तैयारी के लिए पेपर, परीक्षा की रणनीति और समय प्रबंधन जैसे बुनियादी पहलुओं पर भी मार्गदर्शन मिलेगा।
तैयारी कार्यक्रम सप्ताहांत में प्रत्येक शनिवार और रविवार को आयोजित किया जाएगा ताकि बच्चों के सामान्य विचारों पर कोई असर न पड़े। तैयारी सत्र अनुभवी शिक्षकों और विषय विशेषज्ञों द्वारा संचालित किए जाएंगे, यहां उन्हें न केवल स्कूली शिक्षा बल्कि मेडिकल, इंजीनियरिंग और अन्य प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी भी कराई जाती है।
जिला कलेक्टर विलास भोसकर ने इस गतिविधि की सराहना करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को शहरों जैसी सुविधाओं के साथ-साथ आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। उन्होंने जिले के स्कूली शिक्षा विभाग को इस कार्यक्रम को ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए कहा है।
➤यह तैयारी पूर्णतः निःशुल्क होगी।
➤विद्यार्थियों को विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा मार्गदर्शन मिलेगा।
➤टेस्ट सीरीज, मॉक टेस्ट, पाठ्य सामग्री और विशेष अभ्यास सत्र उपलब्ध कराए जाएंगे।
➤शारीरिक, मानसिक और नैतिक विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा।
नवोदय विद्यालय, प्रयास विद्यालय और सैनिक स्कूल – क्या हैं इनकी विशेषताएं?
नवोदय विद्यालय
➤जवाहर नवोदय विद्यालय केन्द्रीय विद्यालय संगठन द्वारा संचालित निजी विद्यालय हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली छात्रों को मुफ्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हैं। यहां शिक्षा के साथ-साथ छात्रों को आवास, भोजन, पुस्तकें और अन्य संसाधनों की मुफ्त सुविधाएं भी दी जाती हैं।
➤ छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित ये विशेष स्कूल गरीब आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए हैं। यहाँ उन्हें न केवल स्कूली शिक्षा दी जाती है, बल्कि उन्हें चिकित्सा, निर्माण और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी तैयार किया जाता है।
सैनिक स्कूल
➤ भारत सरकार द्वारा संचालित सैनिक स्कूल देश के भावी सैन्य अधिकारियों को तैयार करने के लिए बेहतरीन प्रशिक्षण केंद्र हैं। यहाँ शिक्षा के साथ-साथ प्रशिक्षण, प्रशासनिक कौशल, खेल और सैन्य प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
➤ इन तीनों ही पाठ्यक्रमों की प्राप्ति एक कठिन प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से होती है, और यह चुनौतीपूर्ण सपना अब इस योजना के माध्यम से ग्रामीण छात्रों के लिए और अधिक सुलभ हो गया है।
कैसे होगा चयन और प्रशिक्षण?
प्रत्येक संकुल से प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का चयन प्राथमिक स्तर पर उनके शैक्षणिक प्रदर्शन, अभिरुचि और शिक्षक की अनुशंसा के आधार पर किया जाएगा।
चयनित छात्रों को विशेष कोचिंग सेंटरों में बुलाकर, रोजाना एक निर्धारित समय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कोचिंग में विषयवार विशेषज्ञ शिक्षक, ऑडियो-विजुअल शिक्षण पद्धति, टेस्ट सीरीज और व्यक्तित्व विकास की कक्षाएं शामिल रहेंगी।
प्रशिक्षण का संभावित पाठ्यक्रम जानकारी
प्रशासन की भूमिका और निगरानी व्यवस्था
इस योजना को क्रियान्वित करने में क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारी, संकुल समन्वयक, केन्द्र और विषय विशेषज्ञ महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। प्रत्येक संकुल में एक जांच दल बनाया जाएगा जो बच्चों की तैयारी, भागीदारी और प्रगति की गुणवत्ता पर नियमित रूप से रिपोर्ट तैयार करेगा। इसके अलावा समय-समय पर मूल्यांकन परीक्षा आयोजित कर छात्रों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाएगा।