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राज्यपाल रमेन डेका का अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय में औचक निरीक्षण किया उच्च शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के दिए अहम निर्देश


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राज्यपाल रमेन डेका का अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय में औचक निरीक्षण किया उच्च शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के दिए अहम निर्देश




बिलासपुर, 12 जुलाई। छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा को अप्रयुक्त ऊर्जा और दिशा प्रदान करने के उद्देश्य से सीनेटर और कुलाधिपति श्री रमेन डेका इन दिनों राज्य के विभिन्न कॉलेजों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को उन्होंने बिलासपुर के अटल बिहारी वाजपेयी कॉलेज का औचक निरीक्षण किया और शैक्षणिक गतिविधियों से लेकर प्रशासनिक कार्यों का जायजा लिया।


इस दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन, शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं संबंधित अधिकारियों के साथ गहन विचार-विमर्श कर, प्रतिनिधि ने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव एवं मार्गदर्शन दिए।


शिक्षकों के प्रमोशन पर दिया विशेष जोर

समीक्षा के दौरान, सीनेटर डेका ने सबसे पहले विश्वविद्यालय में कार्यरत सहायक शिक्षकों की समस्याओं पर गहनता से ध्यान दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि योग्य और अनुभवी शिक्षकों को समय पर पदोन्नति मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि यदि शिक्षकों ने 10 वर्षों का अनुभव प्राप्त कर लिया है, तो उन्हें विश्वविद्यालय के कुलपति जैसे वरिष्ठ पदों के लिए योग्य माना जाना चाहिए। इससे न केवल शिक्षकों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि राज्य को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रशासन भी मिलेगा।



सीनेटर के इस बयान से छत्तीसगढ़ के शिक्षकों में नई आशा की किरण जगी है। उन्होंने भी विकास प्रक्रिया में पारदर्शिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।


छात्र-शिक्षक संवाद को बनाया प्राथमिकता

समीक्षा के दौरान, सीनेटर ने भी कहा कि कॉलेजों को केवल शैक्षिक संस्थान नहीं माना जाना चाहिए, बल्कि उन्हें छात्रों के समग्र विकास का केंद्र बनाया जाना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों और छात्रों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि एक सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण तभी बन सकता है जब शिक्षक और छात्र एक-दूसरे से संवाद करें, समस्याओं को साझा करें और समाधान के लिए मिलकर काम करें।


छात्रों से सीधे संवाद करके, उनकी समस्याओं से अवगत होकर, शीघ्र समाधान हेतु कुलपति को सूचित किया गया। सीनेटर के इस प्रभावी और संवेदनशील दृष्टिकोण से छात्रों में उत्साह और आत्मविश्वास की भावना जागृत हुई।

प्रशासनिक समीक्षा विभागीय कार्यप्रणाली पर नजर

राज्यपाल डेका ने कॉलेज के प्रशासनिक ढांचे का भी निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न विभागों के कामकाज को देखा और कर्मचारियों से जुड़ी समस्याओं के बारे में पूछताछ की। इस दौरान, उन्होंने कॉलेज की प्रशासनिक व्यवस्था को सरल, कुशल और परिणामोन्मुखी बनाने के लिए मार्गदर्शन दिया।

इसके साथ ही सीनेटर ने यह भी कहा कि नियामक ढांचे को और अधिक सावधानीपूर्वक तथा वास्तव में सक्षम बनाया जाना चाहिए, ताकि कार्य की गति और गुणवत्ता में सुधार हो सके।




रिक्त पदों की पूर्ति और प्रतिनियुक्ति पर जताई चिंता

श्री डेका ने भी कॉलेज में शिक्षकों के रिक्त पदों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए जल्द ही ठोस कदम उठाए जाने चाहिए ताकि छात्रों का मन प्रभावित न हो। साथ ही, जिन शिक्षकों को अन्यत्र स्थानांतरित किया गया है, उन्हें भी कॉलेज में वापस लाने पर विचार किया जाना चाहिए। इस कदम से कॉलेज की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार होगा और छात्रों को बेहतर मार्गदर्शन मिल सकेगा।.



समीक्षा के दौरान, सीनेटर डेका ने राष्ट्रीय शिक्षा योजना (एनईपी) 2020 को पूर्ण रूप से लागू करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि यह योजना शिक्षा प्रणाली को और अधिक व्यावहारिक, लचीला और कौशल-आधारित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसलिए, इसे विश्वविद्यालय स्तर पर पूरी वास्तविकता और तत्परता के साथ लागू किया जाना चाहिए।



प्रतिनिधि ने सुझाव दिया कि बहु-विषयक शिक्षा, अनुसंधान को बढ़ावा देना, स्थानीय भाषा में अध्ययन, उच्च शिक्षा जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। इससे छात्रों की समग्र क्षमता का विकास संभव हो सकेगा।



नए कोर्स और छात्र नामांकन पर फोकस

प्रतिनिधि ने कॉलेज को अप्रयुक्त और रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू करने की दिशा में योजना बनाने के लिए निर्देशित किया। साथ ही, छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रतिष्ठा और शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। 

उन्होंने यह भी कहा कि पाठ्यक्रमों की योजना बनाते समय स्थानीय आवश्यकताओं और वैश्विक माँगों को ध्यान में रखा जाना चाहिए ताकि छात्रों को डिग्री के साथ-साथ रोजगार के लिए भी तैयार किया जा सके।



उच्चाधिकारियों की उपस्थिति रही 

निरीक्षण के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अरुण दिवाकर नाथ बाजपेयी, अवर सचिव अर्चना पांडेय, संभागायुक्त सुनील जैन, कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इन सभी ने राज्यपाल को विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली, चुनौतियों और प्रगति से अवगत कराया।

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