संकुल स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव नवप्रवेशी छात्राओं का गरिमामय स्वागत एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश
सूरजपुर/बिश्रामपुर। शिक्षा किसी भी समाज की रीढ़ होती है और जब किसी शैक्षणिक संस्थान में विद्यार्थियों के स्वागत को उत्सव के रूप में मनाया जाता है, तो यह न केवल एक परंपरा बन जाती है, बल्कि एक अप्रयुक्त पीढ़ी को आत्मविश्वास और अवसरों की ओर ले जाने का एक सशक्त माध्यम बन जाती है। इसी भावना के साथ, शुक्रवार को शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बिश्रामपुर में एक भव्य समूह स्तरीय विद्यालय प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर स्कूल परिसर में खुशियों का माहौल था। रंगीन सजावट, बच्चों के चेहरे पर चमक और आगंतुकों की सम्मानजनक निकटता ने इस अवसर को महत्वपूर्ण बना दिया। विशेष बात यह रही कि नवप्रवेशी छात्राओं का स्वागत न केवल पारंपरिक बल्कि आत्मीयता से किया गया।
पारंपरिक तरीके से हुआ स्वागत
कार्यक्रम की शुरुआत हाल ही में प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों के स्वागत से हुई। स्कूल परिसर में पहुँचते ही उनका तिलक, पुष्पवर्षा और पुष्पमाला से स्वागत किया गया। इसके बाद, उन्हें पाठ्य पुस्तकें, पुस्तकें, मिठाइयाँ और छोटे-छोटे उपहार भेंट किए गए। नन्हे-मुन्नों के चेहरों पर आधुनिक परिवेश, आधुनिक मित्र और भविष्य के प्रति विश्वास साफ़ दिखाई दे रहा था, जिससे माहौल बेहद उत्साहपूर्ण हो गया। यह आयोजन न केवल एक परंपरा थी, बल्कि बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए शिक्षा के महत्व का जीवंत उदाहरण भी बना।
मुख्य अतिथि का संबोधन शिक्षा से ही समाज को दिशा
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा सूरजपुर क्षेत्र अध्यक्ष श्री मुरली मनोहर सोनी थे। अपने उत्साहवर्धक संबोधन में उन्होंने कहा— शिक्षा ही वह माध्यम है जिसके माध्यम से समाज को आधुनिक दिशा मिलती है। हमारी बेटियाँ आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और यह विद्यालय उनके भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
शिक्षाविदों और जनप्रतिनिधियों की प्रेरक उपस्थिति
इस भव्य कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष श्रीमती स्वाति संत सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष निर्मला यादव, जनपद सदस्य मनमत दादा, शशिकांत गर्ग, स्काउट गाइड संघ के अध्यक्ष शंकर यादव, श्यामा पाण्डेय, मोहिनी झा, दीपेंद्र सिंह चौहान, पार्षद रवि शंकर बउआ, अमरेश प्रसाद, सूरज सेठी, दीनानाथ यादव, संत सिंह, सितीकांत सवाई, मनी बग्गा, विद्यालय के प्राचार्य आशीष भट्टाचार्य, राजवंत सिंह, रतिपाल मिश्रा, गौरी शंकर पांडेय एवं अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
इस अवसर पर प्राकृतिक सुरक्षा को भी महत्व दिया गया। कार्यक्रम के तहत विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया। "पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ" के संकल्प के साथ प्रशिक्षकों, छात्रों और ओपन एजेंटों ने मिलकर कई पेड़ लगाए। यह पहला न केवल वर्तमान पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति वैज्ञानिक समाधान है, बल्कि स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में आने वाली बर्बादी के लिए एक मजबूत कदम है।
विद्यालय की प्राकृतिक इकाई "सृष्टि इको क्लब एवं नेशनल ग्रीन सेंटर" से जुड़े छात्र-छात्राओं ने ब्लर्ब एवं आदर्श वाक्य के साथ जागरूकता रैली निकाली। इस रैली का कारण समाज को यह संदेश देना था कि सामान्य संपत्तियों का संरक्षण ही हमारे भविष्य की स्थापना है। रैली में बच्चे वृक्ष लगाओ, जीवन बचाओ हरित पृथ्वी-स्वस्थ जीवन'' जैसे नारे लगाते हुए पूरे परिसर में घूमे।
स्कूल प्रवेशोत्सव का मुख्य आकर्षण हाल ही में प्रवेश पाने वाले बच्चों को दिए गए सम्मान और उपहार थे। स्कूल प्रशासन ने नन्हे-मुन्नों को स्कूल बैग, स्टेशनरी, पाठ्य सामग्री और मिठाइयाँ वितरित कीं। उपहार पाकर बच्चों के चेहरों पर खुशी साफ़ झलक रही थी। कई अभिभावक इस अवसर पर अभिभूत दिखे और उन्होंने स्कूल प्रशासन को धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम के दौरान, कुछ छात्रों ने सामाजिक प्रस्तुतियाँ भी दीं, जिनमें स्वागत गीत, नृत्य और कविता पाठ शामिल थे। इन प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को और भी रोचक और उत्साहपूर्ण बना दिया।