नशीली दवाओं के खिलाफ सूरजपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
सूरजपुर 11 जुलाई 2025 छत्तीसगढ़ के सूरजपुर क्षेत्र में नशीली दवाओं और नशीले पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से पुलिस द्वारा एक बड़ी कार्रवाई की गई है। चौकी बसदेई पुलिस ने 80 नशीली गोलियों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिससे क्षेत्र में नशीली दवाओं की अवैध आपूर्ति की एक बड़ी श्रृंखला का पर्दाफाश हुआ है। यह कार्रवाई नियुक्त निरीक्षक महानिदेशक एवं वरिष्ठ पुलिस महानिदेशक के सख्त निर्देशों के तहत की गई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि स्थानीय पुलिस नशे के खिलाफ सख्त रुख अपना रही है।
सूचना से हुआ खुलासा
थाना बसदेई के प्रभारी निरीक्षक योगेन्द्र जयसवाल को किसी पुख्ता गवाह से जानकारी मिली थी कि एक डार्क फाइंड क्रूजर गाड़ी पर सवार दो संदिग्ध लोग अपने घर से शिव प्रसाद नगर की ओर नशे का इंजेक्शन देने के इरादे से जा रहे थे।
घेराबंदी और धरपकड़
पुलिस टीम ने जानबूझकर शिवप्रसाद नगर की ओर जाने वाली सड़कों पर नाकेबंदी कर दी और संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर दो संदिग्धों को रोक दिया। तलाश करने पर पुलिस को अपराधी के पास से एक पैकेट मिला, जिसमें 40 नग 'एबिल' नामक ओपियेट इन्फ्यूजन और 40 नग 'लेज़ी सिख' नाम के नशीले पदार्थ बरामद हुए। पूछताछ में आरोपियों की पहचान बीएस सोनी और इंजीनियर अली के रूप में हुई।
जब्ती और गिरफ्तारी
पुलिस ने निर्देशानुसार, गवाहों की मौजूदगी में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और बरामद नशीली गोलियों को जब्त कर लिया। इसके बाद, आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद, दोनों को माननीय न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि इन गोलियों का इस्तेमाल नशे के तौर पर किया जा रहा था और इन्हें स्थानीय युवाओं को बेचने की योजना बनाई जा रही थी
टीम की भूमिका और सराहनीय प्रयास
इस संपूर्ण अभियान में पुलिस टीम के सदस्यों की तत्परता और कार्यकुशलता की सराहना की जा रही है। इस ऑपरेशन में प्रमुख रूप से प्रधान आरक्षक शिवकुमार, आरक्षक निलेश जायसवाल, देवदंत दुबे, अशोक केवट, आदित्य यादव, दिलीप साहू और रामकुमार ने सक्रिय भूमिका निभाई।
नशीली दवाओं का बढ़ता खतरा
आज के समय में नशीली दवाओं की लत युवाओं के भविष्य को निगल रही है। खासकर ग्रामीण और शहरी इलाकों में, नशीली दवाओं का सेवन और उनका इस्तेमाल तेज़ी से बढ़ रहा है। इंजेक्शन जैसी दवाओं का इस्तेमाल न सिर्फ़ स्वास्थ्य के लिए घातक है, बल्कि यह समाज में अपराध को भी बढ़ावा देता है। ऐसे में, ऐसे कदम समय की माँग हैं, जो समाज को सुरक्षित और स्वस्थ बना सकें।
समाज की जिम्मेदारी भी जरूरी
हालाँकि पुलिस और प्रशासन अपनी भूमिका बखूबी निभा रहे हैं, लेकिन इस सामाजिक बुराई से लड़ने में आम नागरिकों की भी अहम भूमिका है। जब तक समाज स्वयं जागरूक होकर इस समस्या के खिलाफ एकजुट नहीं होगा, तब तक पूर्ण विजय पाना मुश्किल है। लोगों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ खुलकर बोलना चाहिए, संदिग्ध गतिविधियों के बारे में पुलिस को सूचित करना चाहिए और युवाओं को इस दलदल में फँसने से रोकना चाहिए।
सूरजपुर क्षेत्र में की गई यह कार्रवाई केवल दो तस्करों की गिरफ्तारी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संदेश है कि इस अवैध व्यापार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि पुलिस प्रशासन इस गंभीर सामाजिक समस्या को जड़ से मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसे प्रयास न केवल अपराध को कम करेंगे, बल्कि एक मजबूत और जागरूक समाज के निर्माण को भी बढ़ावा देंगे।