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छत्तीसगढ़ को मिला खेल और स्वास्थ्य क्षेत्र में नया संबल रायपुर-बिलासपुर में खुलेंगे मेडिकल-नर्सिंग कॉलेज

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 छत्तीसगढ़ को मिला खेल और स्वास्थ्य क्षेत्र में नया संबल रायपुर-बिलासपुर में खुलेंगे मेडिकल-नर्सिंग कॉलेज





छत्तीसगढ़ राज्य ने हाल ही में खेल और स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जो न केवल राज्य की अप्रयुक्त पीढ़ी के लिए संभावनाओं के द्वार खोलेगा, बल्कि राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर एक अभिनव पहचान भी प्रदान करेगा। मुख्य सचिव विष्णु देव साय की दिल्ली में केंद्रीय मंत्री श्री मनसुख मंडाविया के साथ एक मैत्रीपूर्ण बैठक के दौरान, कई उल्लेखनीय निर्णय लिए गए, जिनमें रायपुर और बिलासपुर में मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना और बस्तर ओलंपिक को राष्ट्रीय स्तर पर "खेलो इंडिया ट्राइबल गेम्स" के रूप में मान्यता देने की सहमति शामिल है।



राज्य में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। इस दिशा में मुख्य सचिव श्री साय द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसमें रायपुर और बिलासपुर में 220 बिस्तरों वाला चिकित्सा एवं नर्सिंग कॉलेज खोलने की योजना है। यह कदम न केवल राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करेगा, बल्कि युवाओं को स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में पर्याप्त अवसर भी प्रदान करेगा।



छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जहाँ ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच एक चुनौती रही है। ऐसे में, इन स्वास्थ्य महाविद्यालयों की स्थापना से राज्य में चिकित्सकों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता बढ़ेगी। साथ ही, इन प्रशिक्षणों से प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी राज्य के कोने-कोने में सेवाएँ प्रदान कर सकेंगे।



केंद्रीय सेवा मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने इस प्रस्ताव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और जल्द ही चयन और अनुमोदन की प्रक्रिया शुरू करने का आश्वासन दिया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग प्रदान करेंगी। आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।




केंद्रीय रक्षा मंत्री के साथ मुख्यमंत्री की बैठक का दूसरा मुख्य बिंदु बस्तर ओलंपिक को "खेलो इंडिया आदिवासी खेल" के रूप में राष्ट्रीय मान्यता दिलाना था। यह निर्णय आदिवासी युवाओं के लिए एक अविस्मरणीय अवसर प्रदान करेगा। छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति का उत्सव रहा बस्तर ओलंपिक अब राष्ट्रीय मंच पर आयोजित होगा, जिससे आदिवासी खेलों और परंपराओं को और व्यापक पहचान मिलेगी।


मुख्य सचिव ने खेल क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ में लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान (एलएनआईपीई) का एक क्षेत्रीय केंद्र स्थापित करने का भी प्रस्ताव रखा। एलएनआईपीई देश का अग्रणी खेल प्रशिक्षण संस्थान है और इसकी उपस्थिति छत्तीसगढ़ को खेल प्रशिक्षण के क्षेत्र में अग्रणी बना सकती है। इसके साथ ही, मुख्य सचिव ने राज्य में खाली पड़े स्टेडियमों और प्रशिक्षण केंद्रों का भी अनुरोध किया।



खेल संस्थानों का विकास न केवल खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने में मदद करेगा, बल्कि युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित भी करेगा। यदि ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में उच्च-गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण केंद्र और स्टेडियम बनाए जाएँ, तो वहाँ के युवा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि बनाने में भी सक्षम होंगे।

इन सभी प्रस्तावों को गंभीरता से लेते हुए, केंद्रीय मंत्री श्री मंडाविया ने शीघ्र अनुमोदन का आश्वासन दिया। इससे पता चलता है कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ को खेल और स्वास्थ्य, दोनों क्षेत्रों में आत्मनिर्भर और सक्षम बनाने के लिए गंभीर है।

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