Apollo Road Rasta Bilaspur अपोलो रोड बना मौत का रास्ता बिलासपुर की टूटी सड़कों पर मंडरा रहा जान का खतरा
बिलासपुर का अपोलो रोड, जो कभी शहर की मुख्य और व्यस्ततम सड़कों में गिना जाता था, आज निराशा और सरकारी लापरवाही का जीता जागता उदाहरण बन चुका है। सड़क विस्तारीकरण के नाम पर प्रशासन ने सैकड़ों बेसहारा लोगों के आशियाने उजाड़ दिए, लेकिन एक नहीं बल्कि पिछले कुछ समय में यह सड़क बदहाल हो चुकी है। सड़क चौड़ीकरण और सुधार कार्य के नाम पर सैकड़ों बेसहारा लोगों के आशियाने उजाड़ दिए गए, लेकिन सड़क का निर्माण आज तक अधूरा है। नतीजतन यह सड़क अब 'मौत की सड़क' बन चुकी है।
रविवार को हुआ हादसा बाल-बाल बची जान
रविवार रात करीब 11:55 बजे एक ई-रिक्शा चालक सड़क पर सावधानी से गाड़ी चला रहा था। लेकिन अपोलो स्ट्रीट पर गड्ढों से गुजरते समय गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और वह पलट गई। सौभाग्य से कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई, लेकिन यह हादसा इस बात की तस्वीर है कि इस सड़क पर कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। आसपास के लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं आजकल आम हो गई हैं। दोपहिया वाहन, साइकिल सवार या पैदल चलने वाले लोग - हर कोई यहां खतरे में है।
हर दिन मौत से लड़ते मरीज और स्कूली बच्चे
इस सड़क से हर दिन एम्बुलेंस गुजरती हैं, जो सामान्य रोगियों को लेकर जाती हैं, जिनका उपचार केंद्र में सुविधाजनक प्रवेश जीवन और मृत्यु के बीच के अंतर को क्रूर बना सकता है। लेकिन जब आपातकालीन वाहन को गड्ढों से गुजरना पड़ता है और गतिविधि में फंस जाता है, तो यह जीवन के लिए खतरा बन जाता है या शायद जीवन रक्षक से भी ज्यादा। स्कूल बसों और ई-रिक्शा में यात्रा करने वाले बच्चे इस मार्ग से बहुत डरते हैं। कठोर और कीचड़ भरी सड़कों के कारण सड़क हमेशा खतरनाक रहती है।
जनता की मांग अब और इंतजार नहीं
सड़क निर्माण कार्य को तत्काल पूरा किया जाए।
रात और दिन दोनों समय कार्य तेज़ी से किया जाए।
अस्थायी वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाए।
गड्ढों को तुरंत भरकर सड़क को समतल किया जाए।
वाहन चालकों और पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं।