स्कूलों में "प्रोजेक्ट घंटी" एवं "प्रोजेक्ट-यू" का सफल क्रियान्वयन बच्चों के समग्र विकास की ओर महत्वपूर्ण कदम
स्कूलों में वेंचर घंटी और प्रोजेक्ट-यू का सफल प्रयोग बच्चों की समग्र उन्नति की दिशा में एक अनिवार्य कदम है।
रायपुर, शिक्षा की गुणवत्ता में निरंतर बदलाव और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से रायपुर जिले में कई रचनात्मक योजनाएँ क्रियान्वित की जा रही हैं। जिला प्रशासन, अभनपुर के निर्देशन में विकासखंड के अधिकांश शासकीय स्कूलों में "विस्तार घंटी" और "प्रोजेक्ट-यू" को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
इस योजना का उद्देश्य छात्रों में पानी की कमी के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे थकान, चिड़चिड़ापन, रूखी त्वचा और होंठ, रुकावट आदि को दूर करना है। इसके लिए, स्कूलों में दिन में दो बार एक विशेष "पानी पीने की घंटी" बजाई जाती है। जैसे ही घंटी बजती है, सभी कक्षाओं के छात्र एक साथ अपनी पानी की बोतलों से पानी पीते हैं। यह आदत न केवल बच्चों को हाइड्रेटेड रखने में मदद करती है, बल्कि उनमें स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ाती है।
""प्रोजेक्ट-यू-एसईपी" शिक्षण प्रणाली में एक और महत्वपूर्ण प्रगति है, जो कक्षा में "बैकबेंचर्स" की मानसिकता को खत्म करने की ओर इशारा करती है। इस कदम के तहत, पारंपरिक कक्षा में बैठने की व्यवस्था को यू-आकार की व्यवस्था में बदला जा रहा है। इससे शिक्षकों को प्रत्येक छात्र तक प्रभावी ढंग से पहुँचने और सभी का ध्यान रखते हुए संतुलन बनाने में मदद मिलती है। इससे न केवल छात्रों की रुचि बढ़ी है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और संचार कौशल में भी सुधार हुआ है।
रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के निर्देशन और संभागीय शिक्षण अधिकारी श्रीमती धनेश्वरी साहू के सतत प्रयासों से अभनपुर के अधिकांश स्कूलों में ये दोनों परियोजनाएं सुचारू रूप से संचालित हो रही हैं।
शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों की सकारात्मक प्रतिक्रिया ने इन प्रयासों की सफलता को और पुख्ता किया है। आने वाले समय में, इन प्रयासों से शिक्षा के क्षेत्र में और भी व्यापक बदलाव आने की उम्मीद है।