मासूम की मौत सूरजपुर दशहरे की रात से लापता बच्ची का जंगल में मिला शव
सूरजपुर। दशहरे की चहल-पहल और खुशियों के बीच सूरजपुर जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को गहरे सदमे में डाल दिया है। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम केतका परसा नाला के पास, मुख्य मार्ग से लगभग 500 मीटर भीतर घने जंगल में शनिवार सुबह एक नाबालिग बच्ची का शव पेड़ से लटका हुआ मिला।
जानकारी के अनुसार, बच्ची दशहरे की रात अचानक लापता हो गई थी। परिजन उसे खोजने के लिए लगातार रात-दिन भटकते रहे। मां-बाप की आंखों में सिर्फ एक ही आस थी—बेटी सकुशल घर लौट आए। लेकिन सुबह की पहली किरण उनके लिए सबसे बड़ा दुख लेकर आई। ग्रामीणों ने जंगल में बच्ची का शव देखा और तुरंत शोर मचाया। मौके पर पहुंचे परिजन शव देखते ही बेसुध हो गए।
घटना की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया। दशहरे की रौनक एक पल में काली पड़ गई। मां-बाप के रोने-बिलखने की आवाजें सुनकर ग्रामीण भी गमगीन हो उठे। मां की चीखें और बेहोशी की हालत ने माहौल को और भी दिल दहला देने वाला बना दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। बच्ची की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा। फिलहाल मामला संवेदनशील होने के चलते पुलिस हर पहलू पर बारीकी से पड़ताल कर रही है।
यह घटना न सिर्फ परिजनों बल्कि पूरे समाज के लिए गंभीर सवाल खड़े कर रही है। आखिर क्यों मासूम बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं? क्यों त्योहारों की रौनक के बीच उनकी जिंदगियां खतरे में पड़ रही हैं? बच्चों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर यह घटना गहरी चिंता का विषय बन गई है।
परिजनों ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। गांव के लोग भी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी और कठोर सजा की मांग कर रहे हैं।