Type Here to Get Search Results !

CG स्कूल के हेडमास्टर को उल्टी होने लगी, सड़े टमाटर और बदबूदार चटनी खाने वाले थे बच्चे — मध्यान्ह भोजन प्रभारी शिक्षिका सस्पेंड

 

CG स्कूल के हेडमास्टर को उल्टी होने लगी, सड़े टमाटर और बदबूदार चटनी खाने वाले थे बच्चे — मध्यान्ह भोजन प्रभारी शिक्षिका सस्पेंड

CG स्कूल के हेडमास्टर को उल्टी होने लगी, सड़े टमाटर और बदबूदार चटनी खाने वाले थे बच्चे — मध्यान्ह भोजन प्रभारी शिक्षिका सस्पेंड


सड़े टमाटर और बदबूदार चटनी से बच्चों की जान पर बनी बात — मंगला स्कूल की शिक्षिका निलंबित

बिलासपुर। सरकारी स्कूलों में मध्यान्ह भोजन (Mid-Day Meal) योजना बच्चों के पोषण और शिक्षा में निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए चलाई जाती है, लेकिन बिलासपुर जिले के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला मंगला में इस योजना की गंभीर लापरवाही सामने आई है। यहां बच्चों को सड़े हुए टमाटर और बदबूदार हरी मिर्च की चटनी परोसे जाने का मामला सामने आने के बाद विभाग ने सख्त कार्रवाई की है।

जानकारी के अनुसार, यह घटना 12 सितंबर की दोपहर की है। दोपहर लगभग दो बजे बच्चों को भोजन परोसा जा रहा था, तभी चटनी से तेज दुर्गंध आने लगी। विद्यालय की प्रधान पाठक सावित्री शर्मा ने जब भोजन की गुणवत्ता जांचने के लिए चटनी चखी, तो उन्हें उल्टी आ गई। बच्चों ने भी बदबू महसूस करते ही भोजन खाने से मना कर दिया और भोजन फेंक दिया।

घटना की जानकारी मिलते ही संभागीय संयुक्त संचालक आर.पी. आदित्य ने तुरंत संज्ञान लेते हुए प्रधान पाठक सावित्री शर्मा और विद्यालय समन्वयक को निलंबित कर दिया था। इसके बाद हुई विभागीय जांच में यह पुष्टि हुई कि भोजन बनाने में खराब व सड़ी हुई सामग्री का उपयोग किया गया था।

जांच रिपोर्ट आने के बाद मध्यान्ह भोजन प्रभारी शिक्षिका भावना तिवारी को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, बिल्हा ब्लॉक की तत्कालीन बीईओ सुनीता ध्रुव और शिक्षिका भावना बाजपेयी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

जांच में पाया गया कि भोजन तैयार करने में सड़े टमाटर और बदबूदार मिर्च का इस्तेमाल किया गया था, जिससे बच्चों की सेहत पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता था। हेडमास्टर को उल्टी आने के बाद स्थिति की गंभीरता स्पष्ट हो गई, लेकिन सौभाग्य से बच्चों ने भोजन नहीं खाया, जिससे कोई बड़ी अनहोनी टल गई।

विभागीय अधिकारियों ने कहा है कि मध्यान्ह भोजन जैसी योजनाओं में लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संबंधित जिम्मेदारों पर आगे भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

इस घटना ने न केवल शिक्षा विभाग की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि जवाबदेही और नियमित निगरानी की कमी कैसे बच्चों की सेहत और सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है।


👇👇👇👇👇👇

FOLLOW ME FAST 

WHATSAPP CHANNEL LINK 


Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.