एसडीएम ने रेत परिवहन रोका तो भड़के ग्रामीण 10 किमी पदयात्रा कर लगाए होश में आओ के नारे
गरियाबंद। मैनपुर जनपद क्षेत्र में रेत परिवहन रोकने की कार्रवाई को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। बोईरगांव पंचायत के करीब 60 से 70 ग्रामीणों ने पंचायत प्रतिनिधियों के साथ 10 किलोमीटर पैदल चलकर जनपद कार्यालय मैनपुर पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने “एसडीएम होश में आओ” के नारे लगाते हुए प्रशासन के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया।
जनपद सदस्य सुखचंद ध्रुव के नेतृत्व में निकाली गई इस पदयात्रा में ग्रामीण हाथों में बैनर लिए नारेबाजी करते हुए पहुंचे और कलेक्टर के नाम ज्ञापन पंचायत निरीक्षक राजकुमार ध्रुवा को सौंपा। ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि एसडीएम तुलसीदास मरकाम ने बीते दिन उनके पंचायत क्षेत्र में आवास निर्माण कार्य के लिए रेत ढो रहे दो ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया था, जिससे निर्माण कार्य ठप पड़ गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि बोईरगांव पंचायत के सात आश्रित ग्रामों में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 344 आवासों का निर्माण चल रहा है। लेकिन मैनपुर ट्राइबल ब्लॉक में कोई वैध रेत खदान नहीं होने के कारण ग्रामीण समीपस्थ नदी-नालों से रेत एकत्र कर आवास निर्माण कर रहे थे।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब वे जब्त वाहन छुड़ाने पहुंचे तो एसडीएम के वाहन चालक ने 10 हजार रुपए की मांग की। पैसे नहीं देने पर वाहन की फाइल खनिज विभाग को भेजने की धमकी दी गई। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की है कि या तो उन्हें आवास निर्माण के लिए रेत उपलब्ध कराई जाए या सरकार स्वयं उनके अधूरे आवास पूरे कराए।
जनपद निरीक्षक राजकुमार ध्रुवा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी शिकायत और मांगों की जानकारी विधिवत उच्च अधिकारियों को भेज दी जाएगी।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी समस्या का जल्द समाधान नहीं किया गया तो वे जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
