कांग्रेस नेता की अभद्र टिप्पणी करने वाले पर गिरफ्तारी करने की मांग
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में उस समय सियासी पारा चढ़ गया जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व जिला उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम सल्लूर द्वारा फेसबुक पर की गई एक अश्लील और अनुचित टिप्पणी ने बवाल मचा दिया। यह टिप्पणी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आईटी सेल के प्रभारी द्वारा शेयर की गई एक राजनीतिक पोस्ट पर की गई थी, जिससे भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश फैल गया।
इस विवाद के बाद, बीजापुर भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कोतवाली थाने पहुँचकर कांग्रेस नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर तीन दिन के अंदर उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे थाने का घेराव करेंगे। यह घटना न केवल स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बनी है, बल्कि सोशल मीडिया और क्षेत्रीय राजनीति में भी हलचल मचा रही है।
बीजापुर भाजपा आईटी सेल प्रभारी ने हाल ही में फेसबुक पर एक राजनीतिक पोस्ट शेयर की, जिसमें राज्य सरकार की योजनाओं और कांग्रेस की कार्यशैली की आलोचना की गई थी। इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता पुरुषोत्तम सल्लूर ने भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ अपमानजनक, अश्लील और व्यक्तिगत आक्षेप वाली टिप्पणियां कीं। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि ये टिप्पणियां न केवल शिष्टाचार के विरुद्ध हैं, बल्कि समाज को बदनाम करने और वैमनस्य फैलाने के लिए भी हैं।
वहीं, इस मामले में कांग्रेस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, सूत्रों की मानें तो पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता इस विवाद से खुद को अलग करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि कुछ नेता इसे राजनीतिक चाल बता रहे हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी पंचायत चुनावों को ध्यान में रखते हुए, इस तरह की चर्चा और सोशल मीडिया राजनीतिक लाभ हासिल करने का एक ज़रिया हो सकता है। कांग्रेस को यह तय करना होगा कि वह अपने नेता के इस बयान का समर्थन करती है या नहीं।
इस पूरे घटनाक्रम में सोशल मीडिया एक बार फिर आग में घी डालने का ज़रिया बन गया है। जैसे ही यह टिप्पणी सार्वजनिक हुई, भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसका स्क्रीनशॉट लेकर इसे वायरल कर दिया। इसके बाद लोगों की प्रतिक्रियाएँ भी दो धड़ों में बँट गईं। एक तरफ़, कुछ लोग कांग्रेस नेता की टिप्पणी को अनुचित और निंदनीय बता रहे हैं, तो दूसरी तरफ़ कुछ लोग इसे राजनीतिक अभिव्यक्ति का मौका मान रहे हैं।