Type Here to Get Search Results !

बायोगैस प्लांट लगाने पर मिलेगी 40% सब्सिडी, किसानों और संस्थानों को बड़ा फायदा

बायोगैस प्लांट लगाने पर मिलेगी 40% सब्सिडी, किसानों और संस्थानों को बड़ा फायदा

 

बायोगैस प्लांट लगाने पर मिलेगी 40% सब्सिडी, किसानों और संस्थानों को बड़ा फायदा


किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और पशुपालन को अधिक लाभकारी बनाने के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है। इसी कड़ी में अब किसानों को पशुओं के गोबर से ऊर्जा उत्पादन के लिए बायोगैस प्लांट लगाने पर 40 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है।

बायोगैस: स्वच्छ और सस्ता ईंधन

बायोगैस एक स्वच्छ, प्रदूषण रहित, धुआं रहित और किफायती ईंधन है, जिसमें 55 से 70 प्रतिशत तक मीथेन गैस पाई जाती है। इसे मुख्यतः पशुओं के गोबर और अन्य जैविक पदार्थों से तैयार किया जाता है। बायोगैस का उपयोग खाना बनाने से लेकर बिजली उत्पादन तक किया जा सकता है।

हरियाणा में अपार संभावनाएं

एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, हरियाणा में लगभग 7.6 मिलियन पशुधन है, जिससे प्रतिदिन 3.8 मिलियन घन मीटर बायोगैस उत्पन्न करने की क्षमता है। इससे लगभग 300 मेगावाट बिजली उत्पादन संभव हो सकता है। साथ ही, इस गैस को शुद्ध कर बायो-सीएनजी के रूप में भी उपयोग में लाया जा सकता है।

कितनी सब्सिडी मिलेगी?

संस्थागत बायोगैस कार्यक्रम के तहत गौशालाओं, डेयरियों और संस्थानों को 40% आर्थिक सहायता मिलेगी।

25 से 85 घन मीटर क्षमता वाले संयंत्रों पर ₹1.27 लाख से ₹3.95 लाख तक की सब्सिडी दी जाएगी।

बायोगैस पावर (ऑफ-ग्रिड) उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत 3 किलोवाट से 250 किलोवाट क्षमता वाले संयंत्रों के लिए केंद्र सरकार ₹15,000 से ₹40,000 प्रति किलोवाट तक सब्सिडी दे रही है।

अब तक राज्य में 114 संयंत्र स्थापित किए जा चुके हैं, जिससे किसानों और संस्थानों को सीधा लाभ मिल रहा है।

आवेदन प्रक्रिया

इच्छुक किसान, संस्था या व्यक्ति अपने जिले के अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय में निर्धारित प्रपत्र के साथ आवेदन कर सकते हैं।

बायोगैस संयंत्र की स्थापना KVIC ड्रॉइंग के अनुसार लाभार्थी द्वारा की जाएगी।

परियोजना को 6 माह के भीतर पूर्ण करना अनिवार्य होगा।

आवेदन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर स्वीकार किए जाएंगे।

गौशालाओं और धार्मिक संस्थाओं को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी।


Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.