गरियाबंद।
जिले के ग्राम पंचायत बारूला के सचिव जोहितलाल ठाकुर को अनुशासनहीनता एवं शासकीय कार्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई जिला पंचायत गरियाबंद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रखर चन्द्राकर द्वारा की गई है।
जानकारी के अनुसार, सचिव जोहितलाल ठाकुर पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। वे कार्यालय में नियमित रूप से अनुपस्थित रहते थे तथा आम नागरिकों को जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने में लापरवाही बरत रहे थे। इसके अलावा विद्यार्थियों को आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र जारी करने में भी उन्होंने उदासीनता दिखाई।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि सचिव ठाकुर ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के कार्यों में रुचि नहीं दिखाई और न ही कर्मयोगी अभियान विजन 2030 के तहत ग्राम पंचायत की कार्ययोजना एवं एक्शन प्लान तैयार किया। साथ ही, उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की भी अवहेलना की।
इन सभी कारणों को देखते हुए जिला पंचायत गरियाबंद के CEO ने तत्काल प्रभाव से सचिव जोहितलाल ठाकुर को निलंबित करने का आदेश जारी किया है। उनके निलंबन की अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।
वहीं, ग्राम पंचायत तेन्दुबाय के सचिव द्वारिका प्रसाद राठौर को ग्राम पंचायत बारूला का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है, ताकि पंचायत के नियमित कार्य प्रभावित न हों।
यह कार्रवाई प्रशासन की सख्ती और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।