शिक्षा व्यवस्था का औचक निरीक्षण बीईओ एस.आर. सिदार ने अनुपस्थित शिक्षकों को नोटिस जारी
सूरजपुर, 07 अगस्त — शिक्षा की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने और सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति जांचने के उद्देश्य से विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी (BEO) एस.आर. सिदार ने 6 अगस्त को जिले के विभिन्न ग्रामीण स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई स्कूलों में शिक्षक और कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए, जिस पर बीईओ ने कड़ी नाराजगी जताई और संबंधितों को कारण बताओ नोटिस जारी किए।
निरीक्षण की शुरुआत खड़गांव स्कूल से हुई, जहां दो शिक्षक और एक भृत्य अनुपस्थित मिले। बीईओ सिदार ने मौके पर ही निर्देश दिए कि सभी शिक्षक समय पर स्कूल पहुंचे और शैक्षणिक अनुशासन बनाए रखें। उन्होंने लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ नोटिस जारी कर जवाब मांगा।
खड़गांव के बाद निरीक्षण दल सिथरा पहुंचा। यहां भी स्थिति कुछ खास बेहतर नहीं दिखी। प्राथमिक शाला सिथरा में दो शिक्षक बिना किसी सूचना के स्कूल से गायब थे। वहीं, हाई स्कूल सिथरा में मासिक परीक्षा तो चल रही थी, लेकिन कोई निगरानी व्यवस्था मौजूद नहीं थी। इस पर बीईओ ने नाराजगी जाहिर करते हुए शिक्षकों को अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीरता बरतने की सख्त हिदायत दी।
निरीक्षण का अगला पड़ाव नवापारा स्कूल था। यहां एक शिक्षक उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर कर स्कूल से गायब मिले। यह लापरवाही देखकर बीईओ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि शिक्षा के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बीईओ एस.आर. सिदार ने प्रेस को बताया कि, "स्कूलों में शिक्षकों की अनुपस्थिति शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है। जिन शिक्षकों ने अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया, उन्हें नोटिस भेजा गया है। यदि समय पर संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो उनके विरुद्ध कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपा जाएगा।"
इस निरीक्षण से यह स्पष्ट है कि जिला शिक्षा विभाग अब शिक्षकों की लापरवाही को लेकर सख्त रुख अपनाने के मूड में है। यह कार्रवाई न केवल अन्य शिक्षकों के लिए चेतावनी है, बल्कि बच्चों की पढ़ाई को गंभीरता से लेने की दिशा में एक अहम कदम भी।
