शिक्षक-पालक एकजुटता से संवरता बच्चों का भविष्य सूरजपुर में ऐतिहासिक पालक-शिक्षक सम्मेलन का आयोजन
सूरजपुर, 07 अगस्त 2025 – रजत जयंती वर्ष 2025-26 के अवसर पर स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, बतरा (भैयाथान) में आयोजित भव्य पालक-शिक्षक सम्मेलन ने शिक्षा जगत में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। इस विशेष आयोजन में जिला पंचायत सीईओ श्री विजेंद्र सिंह पाटले ने अपनी दूरदर्शिता और प्रेरक विचारों से न केवल कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई, बल्कि शिक्षकों, पालकों और विद्यार्थियों के बीच शिक्षा की गुणवत्ता व संस्कार आधारित विकास का संदेश भी प्रेषित किया।
प्रेरक नेतृत्व, सामूहिक संकल्प
सम्मेलन के मुख्य वक्ता श्री पाटले ने शिक्षा को केवल पाठ्यक्रम की सीमाओं से बाहर निकालकर जीवन मूल्यों और आत्मनिर्भरता से जोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा, “शिक्षा केवल अंकों की दौड़ नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण और समग्र व्यक्तित्व विकास का माध्यम है।” उन्होंने शिक्षक और पालक दोनों को बच्चों की प्रगति में साझेदार बताते हुए नियमित संवाद और सहयोग को अनिवार्य बताया।
श्री पाटले ने विद्यार्थियों को खेल, कला, संगीत और अन्य रचनात्मक गतिविधियों से जुड़ने की प्रेरणा दी, ताकि वे मोबाइल और नशे जैसी प्रवृत्तियों से दूर रहकर एक संतुलित, सकारात्मक जीवन शैली अपना सकें।
नशा मुक्ति और सामाजिक चेतना का संदेश
सम्मेलन का एक विशेष पक्ष रहा – नशा मुक्ति का संकल्प। श्री पाटले ने मंच से उपस्थित सभी पालकों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को नशा न करने और दूसरों को भी प्रेरित करने की शपथ दिलाई। यह पहल शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता को भी केंद्र में लाने का सार्थक प्रयास रही।
साथ ही, उन्होंने सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों की चर्चा करते हुए इंटरनेट के रचनात्मक और शैक्षिक उपयोग को बढ़ावा देने की अपील की।
बच्चों की रचनात्मकता को मिला मंच
सम्मेलन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों के पालकों को सम्मानित किया गया, जिससे एक प्रेरणादायक माहौल बना। श्री पाटले ने विद्यार्थियों के बनाए प्रोजेक्ट्स व कलाकृतियों का अवलोकन कर उनकी सराहना की और उन्हें भविष्य में और बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित किया।
स्वास्थ्य और संस्कारों पर विशेष ध्यान
बतरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. जे.बी. सिंह ने बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक स्वस्थ शरीर और सकारात्मक सोच ही बच्चों को भविष्य में सफल नागरिक बना सकती है। उन्होंने नशे से दूर रहकर स्वस्थ जीवनशैली अपनाने पर बल दिया।
जिले भर में एक साथ आयोजन
यह सम्मेलन अकेले बतरा विद्यालय तक सीमित नहीं रहा। सूरजपुर जिले के 241 संकुलों में एक साथ यह आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षा विभाग के अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, शिक्षक, पालक और विद्यार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए। आयोजन शिक्षा और संस्कारों के समन्वय का एक सशक्त मंच बनकर उभरा।