कलेक्टर ने छात्रों को दिया सफलता का मंत्र, शिक्षकों को दिए गुणवत्ता पर फोकस करने के निर्देश
अम्बिकापुर। सरगुजा जिले के कलेक्टर विलास भोसकर ने गुरुवार को अम्बिकापुर स्थित ‘सरगुजा 30’ निःशुल्क कोचिंग सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से आत्मीय बातचीत की और उनकी पढ़ाई, दिनचर्या तथा उपलब्ध सुविधाओं का बारीकी से जायजा लिया।
कलेक्टर भोसकर ने विद्यार्थियों को सफलता का मूल मंत्र बताते हुए कहा कि स्पष्ट लक्ष्य, निरंतर मेहनत और सकारात्मक सोच ही जीवन में सफलता दिलाती है। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा—
“जीवन में कामयाबी हासिल करने के लिए सबसे पहले अपना गोल क्लियर करो और फिर दिन-रात मेहनत करो। अगर आप मेहनत और अनुशासन के साथ तैयारी करेंगे तो सफलता अवश्य आपके कदम चूमेगी।”
उन्होंने समय का सदुपयोग करने, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में अनुशासन बनाए रखने और नकारात्मक विचारों से दूर रहने की सलाह दी। कलेक्टर के इन प्रेरणादायी शब्दों ने छात्रों में जोश और आत्मविश्वास भर दिया।
शिक्षकों को दिए महत्वपूर्ण निर्देश
कलेक्टर ने इस अवसर पर शिक्षकों को भी विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को टॉप क्वालिटी की शिक्षा मिलनी चाहिए और उनकी हर शैक्षणिक जरूरत पर बारीकी से ध्यान दिया जाना चाहिए।
“शिक्षक ही बच्चों के भविष्य के असली आर्किटेक्ट होते हैं। उन्हें सही मार्गदर्शन और मोटिवेशन देना बेहद जरूरी है,” उन्होंने जोर देकर कहा।
‘सरगुजा 30’— गरीब और होनहार छात्रों के लिए वरदान
इस निरीक्षण के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश झा, एपीओ रविशंकर पांडेय सहित कई शिक्षक व स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
‘सरगुजा 30’ सेंटर आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन मेधावी छात्रों को मुफ्त कोचिंग उपलब्ध कराता है, जिससे वे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल कर अपने सपनों को साकार कर सकें। कलेक्टर का यह दौरा न केवल छात्रों को ऊर्जा देगा बल्कि सेंटर के प्रयासों को और मजबूती भी प्रदान करेगा।