फर्जी पट्टों और भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल! बिहारपुर में फूटा जनाक्रोश, 3 अक्टूबर को तहसील घेराव का ऐलान
सूरजपुर। बिहारपुर क्षेत्र में लंबे समय से अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को लेकर simmer रहा असंतोष अब जनाक्रोश में बदल गया है। ग्रामीणों ने घोषणा की है कि 3 अक्टूबर 2025 को वे तहसील कार्यालय का पूर्ण घेराव करेंगे। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासनिक लापरवाही और शिकायतों पर कार्रवाई न होने के कारण वे आंदोलन करने को मजबूर हुए हैं।
शिकायतों पर चुप रहा प्रशासन
ग्रामीणों ने बताया कि 10 सितंबर को कलेक्टर सूरजपुर को गंभीर मामलों की लिखित शिकायत दी गई थी। इनमें—
एक वर्ष से लंबित सिमांकन कार्य,
पटवारी रितुराज टेकाम पर गाली-गलौज और मारपीट का आरोप,
ग्राम पंचायत खोहिर में 59 फर्जी वन अधिकार पट्टों का मामला,
हल्का नंबर 9 पटवारी भारत राम पैकरा की 8 वर्षों से एक ही स्थान पर पदस्थापना,
पैसों के लेन-देन के आधार पर पट्टों का बंटवारा जैसी अनियमितताएं शामिल थीं।
ग्रामीणों का कहना है कि इतने बड़े मुद्दों पर भी प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
आंदोलन की चेतावनी
आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि अब वे “अंतिम लड़ाई” लड़ने को तैयार हैं। यदि 3 अक्टूबर को भी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन और अधिक उग्र होगा। उन्होंने साफ कहा कि “जब तक हर समस्या का हल नहीं होगा, हम तहसील परिसर से नहीं हटेंगे।”
प्रशासन को दी गई जानकारी
ग्रामीणों ने इस प्रस्तावित आंदोलन की लिखित सूचना पुलिस अधीक्षक सूरजपुर, एसडीओ भैयाथान और तहसीलदार बिहारपुर को दे दी है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि स्थिति बिगड़ी, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।